गोखरू का पौधा
गोखरू एक अत्यंत औषधीय गुणों से युक्त एक पौधा है,जो आषाढ़ एवं श्रावण मॉस में धरती पर उगने वाला पौधा है। गोखरू का पौधा प्रायः उत्तर भारत के हरियाणा एवं राजस्थान के क्षेत्रों में अधिकता से पाया जाता है। वैसे तो यह सम्पूर्ण भारतवर्ष में पाया जाने वाला पौधा है। गोखरू का आयुर्वेद जगत में अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसके फूल पीले रंग के होते हैं और फल कांटेदार होते हैं। गोखरू का वानस्पतिक नाम ट्रिबूलस टेरेस्ट्रिस है। इसे कई नामों से जाना जाता है जैसे – गोखरू,गोक्षुर,गुडखुल आदि। गोखरू को आयुर्वेद में यूरिन रिर्टेशन ,बुखार एवं गुर्दे की पथरी के लिए रामबाण माना जाता है।
गोखरू के पौधे के आयुर्वेदिक गुण एवं उसका उपयोग
(1) पुरुषों में पाए जाने वाले टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन्स की वृद्धि करने में गोखरू अत्यंत कारगर औषधि है।
(2) महिलाओं में पीसीओडी को दुरुस्त करने में गोखरू एक रामबाण औषधि है जो महिलाओं में बाँझपन का एक प्रमुख कारण माना जाता है।
(3) गोखरू के सेवन से कामेच्छा,स्तम्भन दोष आदि में अत्यंत कारगर औषधि है।
(4) महिलाओं में मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द,चिड़चिड़ापन एवं अन्य समस्याओं में गोखरू का काढ़ा पीने से तुरंत आराम प्रदान करता है।
(5) गोखरू एक्जिमा में भी अत्यंत लाभदायक होता है।
(6) गोखरू हृदय की बीमारियों में भी अत्यंत कारगर औषधि है।
(7) किडनी की बीमारी में या किडनी की किसी भी समस्या के लिए गोखरू अत्यंत रामबाण औषधि के रूप में आयुर्वेद में जाना जाता है।
(8) गोखरू के काढ़े का सेवन कोलेस्ट्रॉल,ब्लड शुगर,रक्तचाप,लिवर की समस्या आदि में रामबाण औषधि है।
(9) गोखरू किडनी स्टोन में अत्यंत लाभदायक सिद्ध होता है।
(10) गोखरू के पंचांग का काढ़ा के सेवन से लिवर एवं किडनी की साड़ी बीमारियों का नाश हो जाता है।
(11) गोखरू में सूजन रोधी गुण होने के कारण शरीर में सूजन ,अस्थमा,खांसी,एनीमिया,एवं अंदरूनी सूजन में भी अत्यंत कारगर औषधि है।
(12) गोखरू कि काढ़ा पीने से रूमेटाइड अर्थराइटिस को ठीक करने में अत्यंत कारगर है।
(13) गोखरू इरेक्टाइल डिस्फंक्शन में बहुत लाभदायक होता है।
(14) गोखरू स्त्रियों की बीमारियों जैसे बाँझपन की समस्या,कामेच्छा में कमी,मासिक धर्म के समय की परेशानियां आदि में अत्यंत कारगर औषधि है।
(15) गोखरू गठिया रोग में भी कारगर औषधि है।
(16) गोखरू शरीर को मजबूत एवं सुन्दर बनाने में भी अत्यंत उपयोगी होता है।
(17) गोखरू त्वचा की काँटी को बढ़ने में उपयोगी सिद्ध होता है।
(18) गोखरू रक्तस्राव को रोकने में भी अत्यंत कारगर माना जाता है।
(19) गृधसी रोग में भी गोखरू का सेवन उपयोगी माना जाता है।
(20) गोखरू के सेवन से मूत्रकृच्छ ,सुजाक,अश्मरी,बस्तिशोथ,वृक्क विकार,प्रमेह,नपुंसकता,ओवेरियन रोग वीर्यक्षीणता स्तम्भन दोष आदि में अत्यंत कारगर औषधि है।
(21) गोखरू लिवर फैल्योर में एक रामबाण औषधि के रूप में आयुर्वेद जगत में प्रसिद्ध है।