घृतकुमारी या एलोवेरा का पौधा
घृतकुमारी या एलोवेरा एक आयुर्वेदिक औषधीय गुणों से युक्त सुविख्यात पौधा है। घृतकुमारी को कई नामों से जाना जाता है जैसे – एलोवेरा,घृतकुमारी,ग्वारपाठा,क्वारगंदल,मुसब्बर आदि। वास्तव में घृतकुमारी एक उत्तरी अफ्रीकी पौधा है,किन्तु आज वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व में उत्पादित होता है। यह मोटे गूदेदार पत्ते के साथ किनारे पर छोटे – छोटे कांटे युक्त होते हैं। घृतकुमारी के पौधे की लम्बाई 55 से 100 सेंटीमीटर की होती है जिसके छोटे -छोटे तने गूदेदार,रसयुक्त एवं मांसल युक्त होता है। घृतकुमारी में पीले रंग का घटक विरेचक रूप में अधिक प्रयोग होता है। घृतकुमारी में मन्नास,लिक्टिन,ऐलॉइन,क्यूईनोनेज आदि के घटक पाए जाते हैं। घृतकुमारी का उपयोग सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों के रूप में सर्वाधिक प्रयोग किया जाने वाला पौधा है किन्तु बाह्य प्रयोगों के साथ – साथ आंतरिक प्रयोगों यानि खाने एवं लगाने के रूप में भी होता है। घृतकुमारी का वस्पतिक नाम ” एलो बरबडेंसिस मिलर ” है।
घृतकुमारी के पौधे का आयुर्वेदिक गुण एवं प्रयोग
(1) घृतकुमारी को बालों में लगाने से रुसी की समस्या से निजात मिल जाती है।
(2) घृतकुमारी के गूदे को चेहरे पर लगाने से चेहरे की झाइयां ,पिम्पल आदि बहुत शीघ्रता से दूर हो जाते हैं और चेहरा कान्ति युक्त हो जाता है।
(3) एलोवेरा के गूदे या रस के सेवन से त्वचा सम्बन्धी विकार दूर हो जाता है।
(4) एलोवेरा के गूदे को सरसों के तेल में मिलाकर घुटनों की मालिश से दर्द एवं आर्थराइटिस की समस्या दूर हो जाती है।
(5) एलोवेरा के गूदे को गर्म कर लुगदी बनाकर रुई के साथ घुटनों पर लेप करने से दर्द बहुत जल्दी दूर हो जाता है।
(6) घृतकुमारी के गूदे को जले हुए पर लगाने से बहुत आराम मिलता है और पुराने जले हुए निशान जो बहुत सख्त त्वचा हो जाती है वो भी मुलायम हो जाती है।
(7) दाद,एक्जीमा,खाज खुजली आदि में भी घृतकुमारी के गूदे को लगाने से बहुत आराम मिलता है।
(8) अत्यंत भयानक कब्ज की स्थिति में घृतकुमारी के गूदे के साथ एरंड के तेल को मिलाकर सेवन करने से बहुत लाभकारी होता है।
(9) पाचन शक्ति की गड़बड़ी को दूर करने हेतु घृतकुमारी के गूदे की सब्जी बनाकर खाने से बहुत लाभ होता है।
(10) घृतकुमारी के गूदे को घी के साथ भूनकर और उसमें भुना हुआ आटा मिलाकर लड्डू बनाकर सेवन करना अत्यंत ताकत प्रदान करता है।
(11) लिवर रोगों में जैसे – अल्सर,बढ़ा हुआ बिलरुबिन,डायविटीज,अल्सरेटिव कोलाइटिस,अर्थराइटिस,लिवर का बढ़ जाना आदि घृतकुमारी के सेवन से बहुत जल्दी ठीक हो जाता है।
(12) फ़ूड प्वाइजनिंग में नमक के साथ घृतकुमारी के सेवन से अत्यंत लाभ करता है।
(13) माइग्रेन,भयानक सिरदर्द,पुराना सिरदर्द,में एलोवेरा के गूदे का सिर पर लेप करने से बहुत जल्दी आराम मिलता है।
(14) एलोवेरा के गूदे के सेवन से आँखों की रोशनी बढ़ जाती है।
(15) मुल्तानी मिट्टी,भृंगराज,दही,घृतकुमारी के गूदे का पाउडर मिलाकर बालों पर लेप करने से बालों का झड़ना,टूटना,असमय सफ़ेद होना ,बालों की रुसी आदि में बहुत जल्दी फायदा होता है।
(16) एलोवेरा के गूदे का पाक बनाकर लड्डू बनाकर सेवन करने से कमर दर्द,साइटिका में बहुत लाभ मिलता है।
(17) एलोवेरा के गूदे को आँखों पर सूती कपडे में लपेटकर रखने से आँखों का जलन बहुत जल्दी दूर हो जाता है।
(18) शरीर में कहीं भी गांठ को घोलने के लिए एलोवेरा के गूदे का हलुआ खाने से कुछ ही दिनों में अत्यंत चमत्कारी लाभ होता है।
(19) एलोवेरा के गूदे को नमक एवं काली मिर्च के साथ सेवन कर्म से उदर की सारी समस्याएं दूर कर देती हैं।
(20) मासिक धर्म की परेशानी,पेडू का दर्द,ज्यादा रक्तस्राव में गेरू पाउडर को एलोवेरा के गूदे के साथ मिलाकर सेवन करने से अत्यंत लाभकारी होता है।
(21) हार्मोन्स की परेशानी,छोटे बच्चों (2 – 4 महीने के उम्र ) को मोशन नहीं होता ऐसी स्थिति में एलोवेरा के गूदे के रस में हींग मिलाकर नाभि के पास लेप करने से अत्यंत आश्चर्य जनक असर करता है।
(22) अफरा,पेट दर्द,खांसी में एलोवेरा के गूदे के छोटे -छोटे टुकड़े को गरम का चूसने से बहुत लाभ होता है।
(23) हीमोग्लोबिन कम होने पर एलोवेरा का रस एवं गेंहूं के ज्वारे का रस मिलाकर सेवन करने से बहुत जल्दी हीमोग्लोबिन बढ़ जाता है।