दरवाजे पर खट-खट हुई —
दरवाजा खोला तो सामने सुन्दर,चमचमाती,
परेशान -सी पड़ोसन सजी धजी कड़ी थी !!
पड़ोसन :- वो बोली,अब अकेलापन सहन नहीं होता —!!
मैं चाहती हूँ कि बाहर जाऊँ,ड्रिंक,डांस,डिनर के साथ
लाइफ एन्जॉय करूँ –क्या आप आज रात फ्री हैं —??
दिल की धड़कनें मुश्किल से काबू करते हुए मैंने
काफी शरमाते हुए “हाँ ” कह दिया –!!
पड़ोसन :- बोली आज रात मेरे बच्चों को रख लीजिये प्लीज —!!
दुखी होते हुए किन्तु हँसते हुए ठीक है जी –!!
( मन में कहते हुए कीड़े पड़ेंगे तुझे !)
जीवन में हमेशा बड़े-बूढ़ों की बातों को मानना सही होता है।
एक पति बुजुर्गों की बातों को नजरअंदाज किया और
नतीजा देखिये –
बड़े – बुजुर्ग सही ही कह गए हैं कि कभी किसी की
” हाय ” नहीं लेनी चाहिए ।
कल सुबह पड़ोसन ” Hi ” बोली और मैंने ले ली,
बीबी ने देख लिया —–4 दिन से होटल में खा रहा हूँ ।