रानू मंडल की जीवनी :- रानू मंडल का जन्म पश्चिम बंगाल के कृष्णा नगर नदिया में 10 अक्टूबर 1959 को हुआ था।रानू की शादी कम उम्र में बबलू मंडल नाम के एक शख्स से हुई थी और शादी के बाद रानू अपने पति के साथ मुंबई में बहुत मजे से रह रही थी।चूँकि रानू को गायिकी में रूचि थी इसलिए वह क्लबों में गाना गाने लगी।किन्तु दुर्भाग्य वश उसके पति की मृत्यु हो जाने से उसके जीवन में भूचाल आ गया और वह अपने गांव रानाघाट वापस आ गयी।अत्यधिक गरीबी के बावजूद भी वह गाने से अपने को अलग नहीं कर पाई।वह रेलवे स्टेशन को ही अपना आश्रय बना लिया और लोगों के लिए गाना गाने लगी। गाने से जो कुछ मिलता उसी से अपना गुजारा करने लगी ।उसकी एक बेटी थी,जिसे उसने बड़े कष्ट से पाला था,उसने भी उसे छोड़ गई थी।
कहते हैं न कि हुनर कभी न कभी अपना रंग दिखाती है और हुआ भी वैसा ही।हर दिन की तरह उस दिन भी रेलवे स्टेशन पर रानू बैठकर गाना गा रही थी कि अतीन्द्र चक्रवर्ती नाम के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को उनका गाना बेहद पसंद आया और उन्होंने वीडिओ बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया।लता मंगेशकर का गाना ” एक प्यार का नगमा है “रातों रात इतना वायरल हुआ कि आज रानू वॉलीवुड सिंगर के तौर पर पहचान बना चुकी है।हिमेश रेशमिया कि फिल्म “हैप्पी हार्डी एन्ड हीर ” के गाने ” तेरी मेरी कहानी ” से वॉलीवुड प्लेबैक सिंगर के तौर पर डेव्यू कर चुकी हैं।आगे रानू गायिकी के क्षेत्र में अपना एक विशिष्ट स्थान बना पाने में सफल साबित हुई हैं।
वैसे एक बात तो हम सभी को पता है कि कब किसका किस तरह भाग्य पलट जाता है यह नहीं पता।अगर किसी के पास असल में टेलेंट है तो आपको फेमस होने में से कोई नहीं रोक सकता।इसका जीता -जागता उदाहरण रानू मंडल है।