प्रधानमन्त्री सुकन्या समृद्धि योजना केंद्र सरकार द्वारा बेटियों के लिए एक छोटी बचत योजना है,जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत शुरु किया गया है।10 साल से कम उम्र की लड़कियों की शादी एवं उच्च शिक्षा हेतु एक अच्छी निवेश योजना है।यह निवेश आयकर छूट के साथ फिलहाल ब्याज दर 8 -5 % है जो प्रारम्भ में 9 % से शुरु हुआ था।इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन परिवारों को ध्यान में रखकर शुरुआत किया गया जो परिवार अल्प बचत के जरिये एक मोटी रकम जमा कर सके और लड़कियों की उच्च शिक्षा एवं शादी की रकम जमा हो सके।
इस योजना के तहत 10 साल से पहले की उम्र में कम से कम 250 रूपये की रकम के साथ किसी पोस्ट ऑफिस या बैंक में खुलवाया जा सकता है। रकम जमा करने के लिए चेक या ड्राफ्ट या इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का प्रयोग किया जा सकता है।
इस योजना के अंतर्गत बच्ची के माता-पिता या क़ानूनी अभिभावक बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र,बच्ची एवं अभिभावक के पहचान पत्र एवं पते का प्रमाण पत्र के द्वारा खता खुलवा सकते हैं।
इस योजना को निरंतर चालू रखने हेतु प्रतिवर्ष न्यूनतम निर्धारित राशि 250 रूपये एवं अधिकतम 1 -50 लाख रूपये से कम प्रत्येक वित्त वर्ष में एक बार या कई बार में जमा कवि सकते हैं,जो खाता खोलने के दिन से 15 साल तक जमा कराया जा सकता है। 9 साल की उम्र की किसी लड़की के लिए 24 साल की उम्र तक रकम जमा कराइ जा सकती है। यदि किसी कारण से रकम नहीं जमा कराने पर 50 रूपये सलाना शुल्क देकर नियमित कराया जा सकता है।
इस योजना के तहत 21 साल की उम्र पूरा होने से पहले बंद कराना चाहता है तो खाताधारक को शपथ पत्र देना पड़ेगा कि उसने 18 साल की उम्र पूरी कर ली है।यह खाता सिर्फ भारतीय नागरिकों के लिए है।यदि कोई खाता धारक विदेश की नागरिकता प्राप्त करती है तो नागरिकता प्राप्त करने की तिथि से ब्याज मिलना बंद हो जाएगा।यदि खाताधारक की वित्तीय आवश्यकता है तो वह आंशिक निकासी पिछले वित्त वर्ष के अंत तक जमा राशि का 50 % राशि निकल सकता है बशर्ते खाताधारक 18 साल की उम्र से अधिक का हो,उच्च शिक्षा संसथान में प्रवेश हेतु फीस की स्लिप द्वारा भी रकम निकाली जा सकती है।
यदि खाताधारक देश के किसी अन्य स्थानों पर चला जाता है तो खाता का ट्रांसफर के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है।इसके लिए खुद या अभिभावक का शिफ्ट होने का सबूत दिखाना पड़ता है।
यदि खाताधारक की मृत्यु हो जाती है तो मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाकर खाता बंद कराया जा सकता है और जमा राशि खाताधारक के माता-पिता को ब्याज सहित मिल जाता है।यदि बीच में खाता को बंद कराने पर ब्याज सामान्य बचत खाता वाला ही दिया जाता है।