कड़वी सच्चाई
अक्सर पुरुष चकित रहते हैं कि प्रेमिका इतनी
स्वीट एवं पत्नी इतनी खड़ूस क्यों होती है ——?
तो सुनिए —
बारिश में प्रेमिका को उधार की बाईक एवं रुपया
उधार मांगकर भी लॉन्ग ड्राइव पर ले जाते हो ?
लेकिन पत्नी के आते ही अमीर हो जाने पर भी
उससे बारिश होने पर चाय पकौड़ी बनवाना
ही याद आता है —
थकी – हारी पत्नी नहीं कह देती है तो तुम्हारे
अहम् को इतनी चोट पहुँचती है कि सुबह
तक मुँह फुलाए फिरते हो —–
लेकिन प्रेमिका के आगे 365 दिन भी गिड़गिड़ाने
पर कुछ हासिल नहीं हो तो भी संस्कार समझकर
उसके ऊपर प्यार लुटाते हो और मान – मुनव्वल
शुरू कर देते हो —-
प्रेमिका को पार्क,रेटोरेन्ट,रिसोर्ट —सुन्दर से सुन्दर
एवं खर्चीली जगह पर ले जाते हो —
लेकिन पत्नी के आते ही उसे मुंडन,जनेऊ,विवाह,
पूजा – पाठ,बीमार की सेवा,श्रद्धांजलि सभा में —
सारी जिम्मेदारी निभाने के लिए ले जाते हो —
प्रेमिका को सर से पांव तक घूरते रहने में आँखें
नहीं थकती और हर इंच और हर मौके के लिए
शायराना अंदाज रहता है —
लेकिन पत्नी के लिए शिकायत -कितना देर
लगाती हो तैयार होने में —
प्रेमिका का फोन चौबीस घंटे में चौबीस
बार भी आये तो वो ” प्यार ” लगाता है —–
लेकिन पत्नी का दिन में दो बार फोन इंक्यायरी
लगाने लगता है —-
अपने भले अपने माँ – बाप की सेवा नहीं किये होंगे
लेकिन पत्नी से यही उम्मीद होती है कि वो चौबीस
घंटे उसके पूरे परिवार की सेवा में गुजरे ——
कडुवा है पर सच —–